Sputnik-v Vaccine In India | Sputnik-V corona vaccine | How it works | S...
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दुनिया की पहली कोरोनावायरस वैक्सीन स्पुतनिक वी (Sputnik V) को रूस द्वारा आधिकारिक तौर पर सर्वप्रथम रजिस्टर कराया गया था।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी बताया था कि उनकी दो बेटियों में से एक ने टीके के दोनों डोज लिए हैं और स्वस्थ हैं।
दुनिया के 59 देशों ने इसका टीका अप्रूव किया है। भारत 60 वां देश है।
कैसे काम करती है स्पूतनिक V ??
वैक्सीन सामान्य सर्दी जुखाम पैदा करने वाले adenovirus पर आधारित है।
आर्टिफिशियल ढंग से बना ये टीका कोरोना वायरस में पाए जाने वाले उस कांटेदार प्रोटीन की नकल करती है, जो हमारे शरीर पर सबसे पहला हमला करता है।
इस वैक्सीन के शरीर में पहुंचते ही शरीर का इम्यून सिस्टम सक्रिय हो जाता है और इस तरह से हमारे भीतर एंटीबॉडी पैदा हो जाती है।
चूंकि वैक्सीन में डाले गए वायरस असल नहीं होते, इसलिए रिपोर्ट के मुताबिक इससे किसी तरह के संक्रमण का खतरा नहीं होता है।
CoviShield और Covaxin से कैसे बेहतर है स्पूतनिक वैक्सीन ??
तीसरे चरण के ट्रायल में स्पूतनिक वी की एफिकेसी 91% देखी गई।
वहीं कोवैक्सिन और कोविशिल्ड की एफिकेसी- दोनों ही तुलनात्मक तौर पर इससे कुछ कम हैं।
स्पूतनिक V वैक्सीन के बारे जानकारी ?
• RDIF के अनुसार, उनकी वैक्सीन से कोई एलर्जी नहीं होती।
• डॉ. रेड्डीज ने स्पुतनिक-V की एक डोज की कीमत 995.40 रुपए तय की है।
• इस वैक्सीन की दो डोज में दो अलग-अलग तरह के वेक्टर्स का इस्तेमाल किया जाता है जो ऐसी ही तकनीक वाले टीकों के मुकाबले ज्यादा लंबे समय तक इम्युनिटी प्रदान करती हैं।
• यह वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए है और इंजेक्शन के जरिए लगाई जाती है।
• एक डोज 0.5 ml की होती है और उनके बीच 21 दिनों का अंतर रखा जाता है।